लेखनी कहानी -24-May-2024
शीर्षक- कविता
तमन्ना तो नहीं है पर, तुम्हें मैं भी सताऊँगा तुम्हारी बेवफ़ाई पर, तुम्हें मैं भी रुलाऊंगा
तुम्हें सब याद आएगा,घाव पाओगे मुझसे जब तुम्हारी ठोकरें सारी, तुम्हें मैं भी लगाऊंगा
ना हरगिज़ सोचना मुझको,तुम्हारा मैं नहीं हूँ अब तुम्हारी ही तरह एक दिन, तुम्हें मैं भी भुलाऊँगा
ना सिलवट चादरें लेंगी, ना तकिया बाहों में होगा तुम्हारी नींद से झट से, तुम्हें मैं भी जगाऊँगा
ये बातें हैं ख्याली सब, मग़र दिल में मेरे तुम हो तुम्हारी आह पर सचिन, तुम्हें मिट कर दिखाऊंगा
© सचिन गोयल गन्नौर शहर,सोनीपत Insta@,, Burning_tears_797
Gunjan Kamal
03-Jun-2024 02:24 PM
👏🏻👌🏻
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HARSHADA GOSAVI
24-May-2024 09:12 PM
Very nice
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